लोगों की राय

धर्म एवं दर्शन >> भज गोविन्दम्

भज गोविन्दम्

आदि शंकराचार्य

प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :37
मुखपृष्ठ : Ebook
पुस्तक क्रमांक : 9557

Like this Hindi book 10 पाठकों को प्रिय

110 पाठक हैं

ब्रह्म साधना के साधकों के लिए प्रवेशिका


भज गोविन्दं भज गोविन्दं,
गोविन्दं भज मूढ़मते।
संप्राप्ते सन्निहिते काले,
न हि न हि रक्षति डुकृञ्करणे ॥ 1 ॥

(भज गोविन्दं भज गोविन्दं,...)

हे मूर्ख मानव ! गोविन्द को भजो, गोविन्द को भजो, गोविन्द को ही भजो। जब तुम्हारी मृत्यु की निर्धारित घड़ी आ डायेगी, तब व्याकरण के नियमें का रटना तुम्हारी रक्षा नहीं कर सकेगा। 1 ।
(गोविन्द को भजो, गोविन्द को भजो,.....)

bhajagovindam bhajagovindam
govindam bhajamuudhamate
sampraapte sannihite kaale
nahi nahi rakshati dukrijnkarane ॥ 1 ॥

O deluded minded friend, chant Govinda, worship Govinda, love Govinda as memorizing the rules of grammar cannot save one at the time of death. ॥1॥

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

SUNIL  PAREEK

Dear sir, we want to purchase this book.